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Telegram Ban in India: टेलीग्राम डार्क वेब से भी ज्यादा खतरनाक है और टेलीग्राम आपको चैटिंग के लिए इस्तेमाल नहीं करना चाहिए और भी बहुत सारी चीजें है, जो आज से पहले शायद आपको बताई नही गयी होगी। आपको पता है टेलीग्राम बाइ डिफाल्ट इंड टू इंड इनक्रेप्टेड नही है। End to End Encryption का मतलब होता है या तो उसे भेजने वाला पढ़ सकता है या रिसीव करने वाला बीच मे कंपनी, औथोरिटी, सरकार कोई भी आपके मेसेजेस को नही पढ़ सकती। ये चीज आपको व्हाटसएप पर देखने को मिलती है। ये चीज टेलीग्राम मे भी मिलती है लेकिन एक सिर्केट चैट आपको मैनुअली स्टार्ट करनी पड़ती है। आप बाइ डिफाल्ट टेलीग्राम को इंस्टाल करके जब चैट करना शुरु करते है तो वो इंड टू इंड इन्क्रेप्टेड नही होती और सबसे खतरनाक बात ये है कि, ये लोगो को इन्फॉर्म भी नही किया जाता कि जब आप इसे बाइ डिफाल्ट इंस्टाल कर रहे है, तो आपको इंड टू इंड इनक्रीप्शन नही मिल रहा। टेलीग्राम कंपनी खुद आपकी सारी चैट्स को अपने क्लाउड पर सेव करती है, यानी कि आपके डेटा का एक्सेस टेलीग्राम के पास है।

telegram is dangerous

Telegram Ban in India: टेलीग्राम एक रस्सियन एप्लिकेशन है तो रस्सियन औथोरिटीस का काफी उसके ऊपर कंट्रोल हो भी सकता है और वो कंपनी भी खुद आपके डेटा को निकाल सकती है, पढ़ सकती है, खुद टेलीग्राम ये बोलती है की, आपको वो कांटेक्ट के जो आपके सारे है एंट्रीज़ आपके सारे कांटेक्ट वो निकल लेती है और अपने सर्वर पर सेव कर लेती है। जब पूछा गया टेलीग्राम से तो उनका ये कहना है कि जब भी आपका कोई कांटेक्ट टेलीग्राम जॉइन करता है तो, आपको इन्फॉर्म कर दिया जाता है इसीलिए आपके सारे कांटेक्ट हम रख लेते है। क्या आपको ये बात पता थी? ये बहुत ही खतरनाक बात है कि आपके कांटेक्ट्स कोई ले के रख लेता है टेलीग्राम की एक अच्छी और सबसे खतरनाक बात ये भी है कि टेलीग्राम हर तरीके की फाइल सेंड करना अलाउ करता है चाहे वह किसी भी तरह का एग्जीक्यूटेबल हो कोई एपीके हो या कोई इफेक्टेड फाइल हो या वायरस हो या कुछ भी आप उस पर भेज सकते हैं यह एक अच्छी बात भी है कि फ्रीडम है। आपके फाइल को कोई चेक नहीं कर रहा है, कुछ भी नहीं कर रहा और यह गलत बात भी है कि इसमें आपको कोई भी फाइल आ सकती है।

Telegram से डाउनलोड की गयी फाइल को ट्रस्ट करना एक सबसे बड़ी बेवकूफी होगी आपको पता है जितनी भी जिम्मेदार क्लाउड स्टोरेज कंपनीया है या कम्युनिकेशन की वेबसाइट्स है एप्लिकेशन है वो कोई भी फाइल अपलोड करने के बाद उसे स्कैन करती है ये इंटरनली होता है जैसे आप जीमेल पर कुछ गूगल पर अपलोड करके जब एटेचमेंट भेजते है तो उसको कंपनी स्कैन करती है, जहां वायरस स्कैन होता है। जीमेल के अटेचमेंट को डाउनलोड करने से पहले। लेकिन टेलीग्राम मे ऐसा कोई भी मैकेनिज्म नहीं है। इसका मतलब कोई भी फाइल आ रही है, किसी भी सोर्स से आ रही है तो उसको चेक करने वाला कोई नही है, और हो सकता है की जब आप वहा से कोई फाइल डाउनलोड कर रहे है तो वह वायरस के साथ आ रही हो। यह भी बहुत खतरनाक बात है टेलीग्राम पर बहुत बड़े बड़े स्कैम चलते है। बेटिंग स्कैम चलते है और गलत तरीके की पोनोग्राफी।

टेलीग्राम पोर्नोग्राफी का घर भी माना जाता है और भारत सरकार ने इस पर रोक भी लगाई है पहले ये धड़ल्ले से चलता था। क्या होता है कि कई बार लोगो के गलत वीडियोस लीक हो जाती है या कुछ ऐसी पोर्नोग्राफी होती है जो गलत होती है, इलीगल होती है वो वहा पर बहुत ज्यादा सर्कुलेट होती थी। भारत सरकार ने उसके ऊपर इंटरफेरेंस किया और कहा कि कोई भी कॉपी राइटर मटेरियल या कोई भी पोर्नोग्राफीक कंटेन्ट अगर टेलीग्राम पर शेयर हो रहा है, तो टेलीग्राम को उसे तुरंत बंद करना होगा। तो अभी आप देखेंगे जो ऐसे चैनल टेलीग्राम पर चल रहे थे वो सब बंद हो रहे है यह भी एक वजह है कि आपको टेलीग्राम पर नही जाना चाहिए वहा पर आप एडल्ट या गलत पोर्नोग्राफी देखने को ही देखने मिलेगी लेकिन पहले ये इन सब चीजों का घर हुआ करता था यहाँ से सिर्फ एडल्ट कंटेंट को हटाया गया है और स्कैम और गलत तरीके की बैटिंग यह सारी चीजे गलत प्रोपेगेंडा वाली चीजे या जो भी है। जो नही होना चाहिए वो वहा पर चलता है हलाकि वो एडल्ट चीज से रिलेटेड नही है, लेकिन स्कैमस वगैरह वहा पर बहुत चलते है।

अब जो इनक्रिप्शन Telegram Web पर है भी जब आप मेनुअली एन्ड टू एन्ड इनक्रिप्शन ऑन करते हो तो वो जो इनक्रिप्शन युज़ करता है वह है प्रोटोकाल है एम टी प्रोटो यह टेलीग्राम का खुद का बनाया गया इनक्रिप्शन प्रोटोकॉल है कहने को तो टेलीग्राम यह बोलता है कि वो एक ओपन सोर्स प्लेटफॉर्म है यानी कि ज्यादा सिक्योर है उसकी सारी कोडिंग सारे इनक्रिप्शन ओपन सोर्स है। अगर कोई चीज़ ओपन सोर्स होती है तो उसे ज्यादा ट्रांसपेरेंट माना जाता है और ज्यादा सिक्योर माना जाता है क्योंकि ओपन सोर्स मे कांट्रीब्यूशन बहुत ज्यादा होते है एन्ड पैचेज और वल्नरेबल बहुत जल्दी फिक्स कर दी जाती है यह कहना तो अलग है लेकिन रियलिटी दोस्तों यह है कि टेलीग्राम एम टी प्रोटो नाम का एक इनक्रिप्शन प्रोटोकाल यूज करता है जो कि उनका खुद का बनाया गया है और टेलीग्राम के आलावा वो प्रोटोकॉल कही भी इस्तेमाल नही होता हैअगर वाह कही भी इस्तेमाल नही होता है तो वह सही से टेस्ट नही किया गया है इसका उस पर पूरे तरीके से विश्वास नही किया जा

Telegram Ban in India? What It Means and How It Affects You

टेलीग्राम को कुछ लोगों के लिए ख़तरनाक माना जाता है क्योंकि:

एन्क्रिप्शन और गुप्त चैट: टेलीग्राम एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन को केवल गुप्त चैट में पेश करता है। साधारण चैट्स में एन्क्रिप्शन एंड-टू-एंड नहीं होता, जिससे सुरक्षा की गारंटी नहीं होती।

फर्जी जानकारी और फेक न्यूज़: टेलीग्राम पर कई चैनल और ग्रुप्स में गलत जानकारी और फेक न्यूज़ फैलाना आसान होता है क्योंकि यह प्लेटफार्म बड़े पैमाने पर मॉडरेशन नहीं करता।

गोपनीयता की कमी: टेलीग्राम पर उपयोगकर्ताओं के फ़ोन नंबर दिखाई देते हैं, जो गोपनीयता को खतरे में डाल सकता है।

अवैध सामग्री: कुछ लोग टेलीग्राम का इस्तेमाल अवैध सामग्री, जैसे कि पायरेटेड मीडिया, ड्रग्स या अन्य प्रतिबंधित सामानों के लेन-देन के लिए करते हैं।

साइबर क्राइम और हैकिंग: टेलीग्राम पर साइबर क्रिमिनल्स सक्रिय हो सकते हैं और फिशिंग, स्कैमिंग, और हैकिंग जैसी गतिविधियों को अंजाम दे सकते हैं।

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